पृथ्वी की आन्तरिक संरचना(Internal Structure Of Earth)

पृथ्वी की आन्तरिक संरचना(Internal Structure Of Earth):-



पृथ्वी की आन्तरिक संरचना को तीन भागो में बांटा गया है 

भूपर्पटी(Crust),आवरण(Mantle), केंद्रीय भाग (Core)

1.. भूपर्पटी(Crust):-

  1.   यह लगभग 100  किमी मोटी बाहरी परत है।
  2.   यह पृथ्वी के आयतन का 0.05% है।
  3.    महाद्वीप हल्के सिल्कि पदार्थों—सिलिका + एल्यूमिनियम (सियाल — Sial) से संघटित होते हैं जबकि समुद्रों में भारी सिलिका पदार्थों — सिलिका + मैग्नीशियम (सिमा —Sima) का जमाव होता है                                                                                                                             

2.. आवरण(Mantle):-

  1. यह पृथ्वी की सतह में भूपर्पटी के बाद लगभग 100 से 2900 कि.मी. नीचे तक विस्तृत है।
  2.  यह पृथ्वी के आयतन का 83 % है।
  3. 100 से 200 किमी में भूकंप की लहरें कम गति की हो जाती है इसलिए इसे निम्न गति का मंडल भी कहते हैं।                                                                                                                                      

3.. केंद्रीय भाग (Core):-

  1. पृथ्वी के  सबसे आंतरिक भाग को  बेरीस्फेयर भी कहते हैं।
  2. यह मुख्यता निकील और लोहा द्वारा निर्मित है।
  3. क्रोड़ का आयतन पृथ्वी के कुल आयतन का 16%  है
  4. यह पृथ्वी की सतह के नीचे 2900 किमी. से लेकर 6400  किमी. तक विस्तृत है                                                  

  •  पृथ्वी की औसत त्रिज्या 6370 किलोमीटर है 
  •  पृथ्वी के बाह्य भाग  को चार भागो में बांटा गया है 
  •        1.  litho sphere 2. hydro sphere 3. atmo sphere 4. bio sphere

आगे की जानकारी अगली  पोस्ट  में :-




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